नमस्कार दोस्तों मेरा नाम है ओंकार और मेरी वेबसाइट OKTECHGALAXY पर आपका फिर से एक बार स्वागत है। दोस्तों आपने कछुआ तो कहीं ना कहीं तो देखा होगा समंदर किनारे हो या नदी में हो या फिर किसी तालाब में ही क्यों ना हो कछुआ हर जगह देखने को मिलता ही है। वैसे में सबसे पुराना कछुआ अगर देखा जाए तो यह कछुआ लगभग डेढ़ सौ सालो तक जिंदा रह सकता है।
और यह सबसे पुराने जिवो में से एक है। अगर सबसे पुराने कछुए पर रिसर्च की जाए तो हमें लगभग डेढ़ सौ सालो का इतिहास भी मिल सकता है। ऐसे में अगर आपके मन में ऐसा सवाल आ रहा है कि कछुआ लंबे समय तक जिंदा कैसे रहता है? तो इसका पूरा आंसर आपको इस आर्टिकल में मिल जाएगा। इस आर्टिकल में मैंने जितना हो सके उतना नॉलेज आप तक पहुंचाने की कोशिश की है। तो कृपया इसे पूरा जरुर पढ़े।
कछुए की कितनी प्रजातियां होती है?
कछुआ कितने सालों तक जिंदा रह सकता है?
कछुआ लंबे समय तक कैसे जिंदा रहता है?
कछुए की कितनी प्रजातियां होती है?
दोस्तों अगर देखा जाए तो कछुए की कई सारी प्रजातियां या फिर Species इस धरती पर मौजूद है। पहला कछुआ इस धरती पर कैसे आया इसके बारे में काफी सारे सवाल उठ सकते है। पर इस पर आज भी रिसर्च शुरू है कि पहला कछुआ धरती पर कैसे आया? पर इसके बाद की प्रजातियां देखे तो यह अलग-अलग प्रजनन से पैदा हो रही है। और इसकी तादाद भी काफी बढ़ती जा रही है।
दोस्तों कछुए की स्पीड सबसे कम स्पीड मानी जाती है। एक मध्यमवर्ग का कछुआ लगभग 0.2 से लेकर 0.5 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से चल सकता है। कछुए पर कई सारे कहानियां भी है। और कछुए का एक अलग इतिहास भी माना जा सकता है। दोस्तों कछुआ सबसे मजबूत प्रजाति होता है। जिसके ऊपर काफी सख्त एक कवच होता है। जिसे शैल भी कहा जाता है। और कछुए की सारी बॉडी या औरगंस इसके अंदर ही पाए जाते है। दोस्तों कछुए के अंदर काफी कम हड्डियां और मांसपेशियां पाई जाती है। और इसका जो कवच होता है वह लगभग खाली ही पाया जाता है।
तो अगर किसी टर्टल को या फिर कछुए को काफी सिक्योर तरीके से पाला जाए या फिर उसकी सुरक्षा की जाए तो यह कछुए लगभग ढाई सौ सालो तक जिंदा भी रह सकते है। ऐसे में इंडिया में भी 255 सालों तक कछुए को जिंदा रखा गया था और यह काफी प्राउडली फिल होने वाली बात है।
दोस्तों कछुए की सुरक्षा एक काफी बड़ी जिम्मेदारी होती है। क्योंकि एक साइंटिस्ट के रिसर्च की तौर पर देखा जाए तो यह लगभग 200 से 250 सालो तक का इतिहास आपके सामने रख सकता है। साथ में कई सारे देश कछुए को बचाना पहली प्रायोरिटी समझते है। और इसी वजह से दूसरे कंट्री के गवर्नमेंट कई सारे कछुआ का एक Data और एक कैटेगरी भी बनाते है। और इसी के जरिए टर्टल की संख्या भी सामने आती है। तो अगर फिलहाल देखा जाए तो 6.5 मिलियन टर्टल्स पूरी दुनिया में मौजूद है।
कछुआ कितने सालों तक जिंदा रहता है?
दोस्तों जैसा कि मैंने कहा कछुए को अगर सिक्योर तरीके से रखा जाए तो यह कछुए लगभग ढाई सौ सालो तक जिंदा रह सकते है और यह बात काफी सही है तो Alipore zoological gardens of Kolkata में एक कछुए को इंडिया द्वारा काफी सिक्योर तरीके से रखा गया था और इस टर्टल का नाम था Adwaita है और इस कछुए को लगभग 255 से लेकर 256 सालों तक जिंदा रखने की पूरी कोशिश की गई थी तथा रखा गया था और इस कछुए ने 2006 में अंतिम सांसे ली थी।
उसी के साथ साथ दोस्तों जिस कछुए को ज्यादा से ज्यादा सिक्योर रखा जाए तो कछुए का वजन भी काफी ज्यादा होता है। तो Esmeralda नाम का कछुआ पूरे दुनिया में काफी ज्यादा वजनी था और इस कछुए का वजन 670 पाउंड यानी कि लगभग 304 किलोग्राम था और यह कछुआ 170 सालों तक जी पाया था।
कछुआ लंबे समय तक कैसे जिंदा रहता है?
तो दोस्तों मैंने कहा था कि कछुए के ऊपर एक मजबूत कवच भी होता है। और यही कवच कछुए को बाहरी हमलों से बचाता है। और जब भी इसके ऊपर कोई चोट आती है। तो कछुए के शरीर को कोई भी चोट नहीं आती है। यह कवच भारी हमलो से और छोटे बड़े हमलों से कछुए को बचा सकता है। और मैंने तो एक वीडियो में यह भी देखा था कि मगरमच्छ द्वारा जब ऐसे कछुए को मुंह में दबाया गया था तो वह कछुआ इससे आराम से झेल गया था और मगरमच्छ के हमलों से बच गया था। तो आप समझ सकते हो कि यह कवच एक कछुए को बचने में कैसे मदद करता है।
दोस्तों कछुए की कई सारी प्रजातियां ऐसी होती है जो दुनिया में काफी कम पाई जाती है। तो ऐसे प्रजातियों को बचाने के लिए भी कई देशों की गवर्नमेंट काफी सारी हेल्प एक कछुए के लिए करती है। और कई सारे गार्डन पार्क में ऐसे कछुए को काफी सिक्योर तरीके से रखा जाता है। और इसी वजह से कछुए काफी सालों तक जिंदा रह पाते है। और कुछ कछुए तो 300 सालों तक भी जिंदा रह चुके है।
दोस्तों कछुए के शरीर के अंदर या फिर कहे कवच के अंदर कोई भी हड्डी या फिर मांसपेशी नहीं होती है। आप कोई कछुआ बाहर से देखते हो वहां पर आपको सिर्फ उसके पैर पूछ और चेहरा ही दिखता है। पर इसके अलावा इसके शरीर के अंदर एक छोटा सा ऑर्गन सिस्टम होता है। जो कछुए द्वारा खाया हुआ खाना पचाने के लिए ही बना होता है। और ज्यादा मांसपेशियां ना होने की वजह से वह मांसपेशियां खराब होने का कोई चांस ही नहीं बचता है। और इसी वजह से भी कछुए ज्यादा समय तक जिंदा रह पाते है।
दोस्तों कछुए एक ऐसी प्रजाति होती है। जो अपने आपको ठीक करने के लिए भी बने होते है। मतलब अगर कोई सिस्टम काम करना बंद कर दे या फिर कोई मांसपेशी ठीक तरह से चल ना सके तो उसे कछुए काफी आराम से ठीक कर पाते है। और इसी वजह से कछुए का डीएनए काफी काफी बेहतर हो पाता है। और इस वजह से कछुए लगभग डेढ़ सौ सालो तक जिंदा रहते है।
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देर से बनों पर जरूर कुछ बनों क्योंकि लोग वक़्त के साथ खैरियत नहीं औकात पूछते हैं । OKTECHGALAXY.COM / Motivation
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