नमस्कार दोस्तों मेरा नाम ओमकार है और मेरी वेबसाइट OKTECHGALAXY पर आपका स्वागत है। दोस्तों मेरी वेबसाइट पर मैं कई सारे गैलेक्सी की इंफॉर्मेशन अपलोड करता रहता हूं। तो कई सारे लोगों ने मुझे कमेंट करके पूछा कि एलियन क्या होते है? इसके बारे में सभी जानकारी बताओ। तो मैं इस वजह से यह पोस्ट आप तक पहुंचा रहा हूं। वैसे गैलेक्सी के बारे में मैंने कई सारे पोस्ट अपलोड किए है। और एलियन भी उसी का एक हिस्सा है। जिसे मुझे पहले ही अपलोड करनी चाहिए था। पर प्रॉपर जानकारी इकट्ठा करने में टाइम जाता है। तो कुछ पोस्ट लेट भी पब्लिश होती है। पर मैं पूरी जानकारी आपको देने की कोशिश करता हूं।
तो दोस्तों इसमें आप यह देखेंगे कि एलियन क्या होते है और एलियन के प्रकार कितने आते है? अब अगर आपको एलियन के प्रकार भी जानने है तो, यह पोस्ट जरूर पढ़ें। इसमें मैं आपको इस विषय की सारी जानकारी दे दूंगा। आपने कई फिल्मों में देखा होगा कि एलियन किस तरह से होते है। और दूसरे ग्रहों की यात्राएं क्यों करते है।
तो उसी का आधार लेकर मैं इस पोस्ट को काफी बढ़िया तरीके से आप तक पहुंचाने वाला हूं। अब फिल्मों का आधार क्यों लेना है इसके बारे में बताऊ तो मैं फिल्मों के बारे में यही कहूंगा की फिल्म द्वारा में सिर्फ एलियन के प्रकार आप तक पहुंचाऊंगा पर उनका उद्देश्य और एलियन सच में होते है या नहीं इसके बारे में बताऊंगा। तो दोस्तों चलिए शुरू करते है। और देखते है कि एलियन क्या होते है?
एलियन क्या होते है?
एलियन के प्रकार कौनसे है?
एलियन सच में होते है या नहीं?
एलियन क्या होते है?
तो दोस्तों एलियन भी इंसान होते है। पर दूसरे ग्रह या दुनिया के। जिस तरह हम पृथ्वी पर वास्तव करते है। या फिर रहते है। यहां की साधन सामग्री का इस्तेमाल करते है। वैसे ही एलियन उनके ग्रहों पर रहने का काम करते है। और वह भी हमारी तरह जीने की कोशिश करते है। पर वहां का वातावरण और रहन-सहन ठीक हो तो वह खुशहाल जिंदगी जी सकते है। या फिर हमारी तरह ही लड़ाई करते है।
दूसरे ग्रहों पर जाने की और वहां पर बस्ती बसाने की कोशिश करते है। एलियन की सबसे बड़ी बात यह होती है कि वह ज्यादा से ज्यादा विकसित होना चाहते है। अगर एलियन की बात करें तो यह कोई नहीं बता सकता कि वह टेक्नोलॉजी कैसी होगी पर मेरे ख्याल से वह पुराने खयालात के या फिर जाति धर्म का बोलबाला करने वाले तो नहीं होंगे क्योंकि इस तरह हम इंसानों की सोच होती है। वो सोच वहां पर भी लागू होगी ऐसा तो नहीं होगा।
अगर पर ग्रह वासी हमारे टेक्नोलॉजी के कई साल पीछे हो तो वह अभी भी अपनी जिंदगी से जूझ रहे होंगे और अगर आगे होंगे तो हमारे इंसानों जैसे ही कई जगह पर स्पेस मिशन करते होंगे। अगर देखा जाए तो कई मामले ऐसे भी है जो कि बताते है पर ग्रह वासी यानी एलियन पृथ्वी पर भी आते रहते है। अगर आपको एरिया 57 पता हो या आपने सुना हो तो आपको समझ में आ जाएगा कि वहां पर ज्यादातर ऐसी घटनाएं बार-बार देखी जाती है। क्योंकि वह एक मिलिट्री एयरबेस है। जो कि काफी बड़े विस्तार से फैला हुआ है। यह एरिया फिफ्टी सेवन यूनाइटेड स्टेट में है और यूनाइटेड स्टेट की सभी टेक्नोलॉजी काफी आगे की एडवांस है। इसीलिए वहां पर ऐसी घटनाएं देखी जाती है।
दोस्तों कई बार स्पेस रिसर्च ऑर्गेनाइजेशन को बाहरी दुनिया वॉइस डिटेक्ट करने के लिए कई सारे डिटेक्टर अपने सैटेलाइट और एंटेना में लगाए होते है। जिससे यह पता चलता है कि बाहरी दुनिया से भी कुछ आवाजें उसमें डिटेक्ट होती है। और वह वैज्ञानिक उस आवाज को पहचानने तथा प्रयास करते है। दरअसल एलियन हमारी दुनिया से संपर्क करने की कोशिश करते है।
जिस तरह हमारे अर्थ पर भी कई सारे ऐसे एंटेना लगाए है। जो अंतरिक्ष दूसरी दुनिया ढूंढते है और वैज्ञानिक चाहते है कि उस आवाज को दूसरी दुनिया के एलियन भी डिटेक्ट करें और एक दूसरे से संपर्क करें। यह सिर्फ इसलिए होता है कि दोनों में यह जानने की कोशिश होती है कि हमारे साथ गैलेक्सी में और भी कोई मौजूद है या नहीं?
दोस्तों स्टडी के अनुसार हर बार यही बताया जाता है। कि इस ब्रह्मांड में हम ही एक अकेले जीवित प्राणी है। पर जब नासा जैसे स्पेस रिसर्च ऑर्गेनाइजेशन दूसरे ग्रहों की इमेजेस सार्वजनिक कर देते है। तो उसमें कई सारे लोग कुछ डिटेक्ट करने की या खोजने की कोशिश करते है। ऐसे में ऐसे कई विचित्र आधार तैयार हो जाते है।
जो कि एलियन या इंसानों के लिए इस्तेमाल की जाती हो। पर यह बात कितनी सही है या सच्ची है इसके बारे में मैं आपको कुछ बता नहीं सकता क्योंकि कई सारी स्पेस रिसर्च ऑर्गेनाइजेशन झूठ फैलाने के लिए भी इस तरह के काम करते है। अब यह क्यों करते है। इसका एक ही जवाब होता है कि वह दूसरे ग्रहों की जगह पहले कौन ढूंढता है और उसमें अनोखा क्या है? इसी रेस में स्पेस आर्गेनाईजेशन में लगी होती है।
एलियन के प्रकार कौनसे है?
साधारण एलियन
दोस्तों एलियन हम इंसानों की तरह दिखने वाले ही होते है। पर उनका फेस शेप, बॉडी का शेप, कलर और उंगलियों में फर्क होता है। क्योंकि यहां का वातावरण हम इंसानों को कुछ इस तरह से बनाता आ रहा है कि हम यहां पर जिंदा रह सके। पर शुरुआती इंसान और आज के इंसानों में काफी फर्क देखने को मिलता है। जैसे कि उनकी क्षमता और खानपान के पद्धत बॉडी शेप भी इंसानों का आज तक बदलता आ रहा है। एलियन का भी कुछ उसी तरह का होता है। जैसे कि परग्रहवासी एलियन फिलहाल के लिए आम इंसानों की तरह है पर उनका चेहरा अलग दिखता है। और यह उसके ग्रह के वातावरण के अनुसार बन जाता है।
क्या एलियन सिंपल होते है। पर उनका दिमाग जो है। वह काफी शार्प और आगे की सोचने वाला होता है। क्योंकि जब भी हमें किसी एरिया में एलियन आया है। ऐसी न्यूज़ मिलती है। तो वह जलकर या उड़कर तो नहीं आएगा वह आएगा तो स्पेस सूट और उनके बनाए रॉकेट या शक्ल से ही आएगा तो यहां पर आप समझ सकते हो कि उनके पास रॉकेट रॉकेट इंजन बनाने की क्षमता तो होती है। इसीलिए हम इंसान एलियन खोजने की कोशिश करते है। ताकि एक दूसरे की टेक्नोलॉजी एक दूसरे के साथ शेयर कर सके अलग दुनिया के रास्ते ढूंढ सके और उन रास्तों तक पहुंचा जाए जो इंसानों के बस की बात नहीं है।
इलेक्ट्रॉनिक एलियन
दोस्तों अब जब हम इंसानों ने अपने कुछ काम करने के लिए रोबोट जैसी चीजें बनाई है। जो कि फिलहाल के लिए आसान आसान काम कर देते है। जैसे कि घर की साफ सफाई करना, अस्पताल में मदद करना या फिर घरों में कुछ रोबोट जैसी मशीनें हम घर में लाते है। तो एलियन में भी ऐसे ही रोबोट तैयार किए वह होते है। जो कि उनके आर्डर के मुताबिक ही काम करेंगे।
पर यह इलेक्ट्रॉनिक एलियन परग्रह वासी होने की वजह से हम इन्हें एलियन ही कहेंगे क्योंकि यह एलियन भी एक रोबोट है। दोस्तों हमारे अर्थ पर भी शायद एक या दो ऐसे एडवांस रोबोट है जो इंसानों के सवालों के जवाब दे देते है। उनकी भाषा और फीलिंग समझते है और एलियन रोबोट काफी एडवांस होते है। और वह किसी भी डिवाइस को हैक ब्लॉक या ट्रैक करने की क्षमता रखते है।
एनिमल एलियन
दोस्तों इस एलियन लिस्ट का तीसरा सबसे महत्वपूर्ण भाग एनिमल एलियन मुद्दा इतना इंपॉर्टेंट क्यों है। तो मैं आपको बता दूं हमारे इंसानों की प्रजाति शुरुआती दिनों में यानी कि इंसानों के उत्पत्ति के समय काफी बिछड़ी हुई थी जो कि मांस खाकर गुफा में रहकर गुजारा करती थी। तो एनिमल एलियन भी आपने कई फिल्मों में देखे होंगे तो यह एनिमल एलियन आधे अधूरे इंसान और एनिमल की शेप में दिखते है।
तो यहां पर कोई डीएनए डिकोडिंग करके उन्हें ऐसा बनाया नहीं होता है। शायद बनाया भी हो पर मुझे यह मुद्दा सही नहीं लगता क्योंकि हम इंसानों ने हमारी टेक्नोलॉजी बढ़ाने के लिए कई करोड़ों सालों का समय लगाया तो एनिमल एलियन भी उसी का एक हिस्सा है। जैसे कि वह एनिमल एलियन अभी भी काफी पीछे की टेक्नोलॉजी इस्तेमाल करते है। या अभी तक उन्हें टेक्नोलॉजी के बारे में पता नहीं है। एनिमल फिलहाल के लिए तो हमने आते हुए नहीं देखी है। तो इसका साफ-साफ मतलब यह होता है कि उनके टेक्नोलॉजी से कई गुना पीछे है।
अब मैंने ऊपर बताया कि डीएनए डिकोडिंग करके किसी एलियन को एनिमल की शेप में क्यों नहीं डाला जा सकता। तो मैं आपको बता दूं कि हम इंसान जिस तरह अपने अंग का कोई हिस्सा खराब हो या काम करने की क्षमता का ना रहे तो हम उसे इलेक्ट्रॉनिक या रोबोटिक आर्म से रिप्लेस कर देते है। और वो बदल देते है। आज तक ऐसा कोई केस नहीं मिला जो यह बताइए कि किसी इंसान को किसी जानवर का कोई हिस्सा लगाया जाए। इसीलिए मेरा कहना यही है कि एनिमल एलियन हमारी टेक्नोलॉजी से पीछे है। और उन्हें डीएनए डिकोडिंग करके नहीं बनाया गया होगा।
सुपर पावर एलियन
दोस्तों जिस तरह हम इंसानों में भी कुछ सुपर पावर जैसी पावर होती है जैसे कि समुंदर की गहराई में गोते लगाना, आसमान से समंदर में जंप लगाना, नाखून या बालों के सहारे वजन उठाना, अपने शरीर में कई बदलाव करके दिखाना, दूसरों से सबसे तेज भागना या फिर कहीं तरह केवल रिकॉर्ड हम इंसान करते है तो मेरा कहने का मतलब यही है की हम इंसानों में कुछ अलग खूबियां होती है उसी प्रकार एलियन में भी कुछ खूबियां होती है जिससे सुपर पावर में गिना जाता है।
जब एलियन पृथ्वी पर आते है तो कुछ एलियन उनके चेंबर से बाहर आने के बाद भी हेलमेट जैसी चीजें नहीं पहनते है। तो यह इसलिए होता है क्योंकि उन एलियन में भी कुछ ऐसी ही अनोखी शक्तिया होती है। जो दूसरे ग्रहों के वातावरण को झेल सके या एलियन जब भी दूसरी ग्रहों पर जाते है। तो सबसे पहले उन ग्रहों का जायजा लेते, उन ग्रहों की स्थिति वातावरण के बारे में जानते है। और फिर सारी इनफार्मेशन मिलने के बाद ही उस ग्रह की यात्रा करते है। जोकि बिना सूट और हेलमेट पहने भी होती है।
एलियन सूट में ही एलियन क्यों होते है?
आपने कई बार देखा होगा कि एलियन जब भी पृथ्वी पर आता हुआ दिखाई दिया जाता है। उन एलियन के पास सूट होता है। तो यह इस तरह से समझे है कि उन एलियन को पता नहीं होता है कि दूसरे ग्रह का वातावरण किस तरह का है। और वह उसके शरीर को सूट करेगा या नहीं?
जिस तरह हमारे एस्ट्रोनॉट्स दूसरे ग्रहों की छानबीन करने के लिए या रिसर्च करने के लिए जाते है तो एक खास तरह का स्पेस सूट पहन कर ही जाते है। क्योंकि हम इंसानों को पता है कि दूसरे ग्रहों पर वातावरण अच्छा नहीं है। जिसकी वजह से हमें हमारे शरीर के लिए जरूरी तत्व नहीं मिलेंगे। जिसमें हवा और पानी शामिल होते है इसीलिए एलियन भी दूसरे ग्रहों पर जाते वक्त एक खास तरह का हेलमेट और सूट पहनकर ही जाते है।
एलियन सच में होते है या नहीं?
तो दोस्तों एलियन सच में होते है या नहीं? यह मैं तो पूरी तरह नहीं बता पाऊंगा। क्योंकि कुछ सबूत एलियन होने पर ही जोर देते हैं। पर हमने आज तक उन्हें देखा नहीं है। अगर आज डिजिटल युग नहीं होता तो हम आंखों से वो एलियन देखते पर जो फुटेज इंटरनेट पर आती है वह एडिट की हुई है ऐसे ही सभी कहते हैं इसलिए सच कभी सामने नहीं आता है। साथ में टीवी चैनल भी अपनी टीआरपी के लिए गलत न्यूज़ का सहारा लेते हैं और असली न्यूज़ कुछ और होती है इसलिए भी सच दुनिया के सामने आने में देर लग जाती है।
पर मैंने दी गई पोस्ट द्वारा आपको इतना तो समझ में आ गया होगा कि दूसरे ग्रहों पर दिखने वाले कुछ जरूरी सामान जो स्पेस एजेंसी दुनिया से छुपाती है या फिर एरिया फिफ्टी सेवन जैसे इलाकों में उतरे हुए एलियन के कुछ सबूत आपको यह बताएंगे कि एलियन होते है। सिर्फ हमारा उनसे कांटेक्ट नहीं हो रहा है इस वजह से हम यह नहीं मान सकते है कि एलियन नहीं होते है। एलियन के सबूत हम इंसानों को बार बार मिलते आ रहे है। यहां तक कि इजिप्ट का पिरामिड भी इशारा करता है कि वह एलियन द्वारा ही निर्मित है। अब उसमें कितनी सच्चाई है यह उसका पूरा रिसर्च होने के बाद ही पता चलेगा।
पर कहा जाता है कि उसके अंदर कई तरह के बंकर है और एक बनकर खत्म होता है तो दूसरा शुरू होता है। यह बनकर बड़े-बड़े पत्थर से बनाए गए है। जिन्हें तोड़ना वैसे तो मुश्किल है। क्योंकि उसकी रचना और बनावट ही कुछ इस तरह से है कि आप उसे कितना भी रिसर्च करने की कोशिश करो वह रिसर्च खत्म नहीं होती है।
क्योंकि बनकर के बंकर ऐसे कई बनकर खोलने के बाद आखरी छोर पर जो कुछ है वह मिलेगा और इतना बड़ा वास्तु तोड़ने के लिए सरकार भी परमिशन नहीं देगी। इस वजह से ही पिरामिड के कुछ रहस्य बाहर नहीं आते है या हमें समझ में नहीं आते है। पर इतना तो समझ में आ गया है कि वह एलियन द्वारा ही बनाए गए थे क्योंकि पिरामिड बनाने के लिए जितने पत्थर लगे है उन्हें तोड़ना और एक दूसरे के ऊपर एक रखना साथ में उन्हें से एक लाइन में लाना भी जरूरी था पर यह उस टाइम के इंसानों को जरा भी क्या पॉसिबल नहीं था।
एलियन होने का यह भी एक सबूत है कि नासा जैसी बड़ी स्पेस रिसर्च ऑर्गेनाइजेशन जो स्पेस रिसर्च करती है। वह पूरा डाटा पब्लिक नहीं करती है। पर उनके पास कई इंफॉर्मेशन होने के बावजूद वह बताती नहीं क्योंकि इससे कई सारे राज खुल सकते है। या फिर उस डाटा का गलत इस्तेमाल हो सकता है। पर इसका मतलब यह नहीं है कि एलियन नहीं होते है।
दोस्तों इस पोस्ट में हमने जाना कि " एलियन क्या होते है? एलियन के प्रकार कौनसे है? एलियन सच में होते है या नहीं? "
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