नमस्कार दोस्तों, मेरा नाम है ओंकार और मेरी वेबसाइट OKTECHGALAXY पर आपका फिर से एक बार स्वागत है। दोस्तों आज से और इस पोस्ट से हमने मार्वल के फिल्मों के बारे में भी पोस्ट आप तक पहुंचाने का निर्णय लिया है। और यह भी काफी जरूरी निर्णय मे से एक है। क्योंकि कई सारे लोगों को मार्वल के बारे में जानने की उत्सुकता होती है और मार्वल एक ऐसी कंपनी है जो अपने फिल्मो के पीछे या फिर आने वाले फिल्मों के लिये काफी सारे सवाल जवाब छोड़ कर चली जाती है।
अभी मार्वल क्या है? और किस तरह से काम करती है। इसके बारे में अगर हम छोटी पोस्ट लेकर आएंगे । तो दोस्तो मार्वल सिनेमैटिक यूनिवर्स के साथ-साथ हमारे विजटर का भी मन दुखी कर सकती है। इसलिए हम इस पॉइंट पर पूरा एक सेक्शन बना रहे है। और उसमें आप हर आने वाले पोस्ट से काफी सारी जानकारी पा सकते हो और OKTECHGALAXY का पहले से यही मानना है कि विजिटर्स को उसके मन के मुताबिक या फिर काफी विस्तार से जानकारी दी जाए और यही हम करते आ रहे है।
और आने वाले पोस्ट में भी यही होगा तो अगर आप मार्वल के फैन हो तो आपको यह मार्वल वाला सेक्शन हमारी वेबसाइट पर ऐड करने से क्या कुछ लगा वह कमेंट करके जरूर बताएं । इससे हम आने वाले पोस्ट के लिए काफी प्रभावित होंगे तो दोस्तों चलिए आज का यह पोस्ट शुरू करते है। और आपको इस पोस्ट द्वारा मार्वल के बारे में क्या कुछ नया इंटरेस्टिंग और यूज़फुल जाने को मिलेगा इसके बारे में भी मैं आपको पॉइंट द्वारा बता देता हूं ।
◆ मार्वल सिनेमैटिक यूनिवर्स क्या है?
◆ मार्वल का काम करने का तरीका कैसा है
◆ Phase वन से लेकर काम?
◆ सारे फिल्मों को एक फिल्म पर केंद्रित करना
◆ मार्वल दुनिया में सबसे ज्यादा पॉपुलर क्यों है?
1 ] मार्वल सिनेमैटिक यूनिवर्स क्या है ?
दोस्तों मार्वल फिल्म इंडस्ट्री को सिर्फ मार्वल के नाम से नहीं जाना जाता इसे MCU यानी कि मार्वल सिनेमैटिक यूनिवर्स के नाम से जाना जाता है। यह फिल्म इंडस्ट्री सुपर हीरोज पर फिल्में बनाती है। और सुपर हीरो से रिलेटेड कॉमिक्स भी प्रकाशित करती है। जिसे मार्वल कॉमिक्स कहा जाता है। मार्वल सिनेमैटिक यूनिवर्स का टेक्नोलॉजी और अपने एडिटिंग के लिए काफी नाम मशहूर है।
क्योंकि यह फिल्म इंडस्ट्री जो कुछ फिल्में बनाती है। वह एक तो कई सारे लोगों को सोचने के लिए मजबूर कर देती है। और इनकी फिल्मों की स्टोरी भी काफी गजब की होती है। फिल्मों की बात करें तो अब तक मार्वल सिनेमैटिक यूनिवर्स ने 23 फिल्में पूरी तरह सक्सेसफुली बनाई है। जिसमें से आयरन मैन फिल्म की शुरुआत और योगदान भी भरपूर है। क्योंकि आयन मैन 2008 में आई हुई मार्वल सिनेमैटिक यूनिवर्स की पहली फिल्म थी, जो कि पहले प्रयास में ही काफी सुपरहिट रही ।
तब से आज तक मार्वल सिनेमैटिक यूनिवर्स की कोई भी फिल्म फ्लॉप नहीं गई है। इसका कारण यह है कि मैंने पहले ही बता दिया फिल्म की स्टोरी लाइन और जो कुछ भी एक्शन दिखाया जाता है। वह पूरी तरह से सारे नियमों को देखते हुए दिखाया जाता है। जिसमें टेक्नोलॉजीज का आधार लेकर फिजिक्स को किस तरह से मात दी जाती है वही दिखाया जाता है। जो कि असल जिंदगी में करना काफी पॉसिबल लगता है।
दोस्तों अगर मार्वल सिनेमैटिक यूनिवर्स की स्टोरी लाइन को देखें तो, यह किस तरह से एक दूसरे से जुड़े हुए होते है इसका अंदाजा हम नीचे दिए गए पॉइंट पर नजर डाल कर देखेंगे। पर अगर देखा जाए तो मार्वल सिनेमैटिक यूनिवर्स यूजर के लिए पीछे इतने सारे सवाल छोड़ जाती है। जिस पर यूजर वह फिल्में दोबारा से देखने के लिए मजबूर हो जाता है। और इसलिए क्योंकि फिल्मों की स्टोरी लाइन एक दूसरे से कई सालों के लिए या कई फिल्मों के लिए जोड़ी जाती है। इसलिए एक फिल्म दूसरे फिल्म पर काफी निर्भर रह जाती है।
इसलिए युवकों को फिल्में दोबारा ही देखनी पड़ती है। तब जाकर वह स्टोरी किस तरह से टर्न ले रही है उसका पता चल जाता है। दोस्तों आपने Stan lee जी का नाम तो सुना ही होगा। इन्हें मार्वल सिनेमैटिक यूनिवर्स में काफी मशहूर व्यक्ति के नाम से जाना जाता है। क्योंकि Stan lee एक कॉमिक बुक राइटर पब्लिशर और प्रोड्यूसर है। उन्होंने कई सारे कैरेक्टर को दुनिया से मिलवाया है। और आज वह हम लोगों के बीच में नहीं है। पर इनका योगदान फिल्म इंडस्ट्री के लिए काफी रहा ।
2 ] मार्वल का काम करने का तरीका कैसा है ?
दोस्तों मार्वल फिल्म इंडस्ट्री यानी एमसीयू का काम करने का तरीका काफी अलग है। और यही अलग पन उसे एक सबसे बेहतर फिल्म इंडस्ट्री बनाता है। दोस्तों अगर आप मार्वल फिल्म देखोगे तो आपको शुरू में मार्वल फिल्मों से फिल्म का काम करने का तरीका समझ में नहीं आएगा । पर जैसे-जैसे आप सभी फिल्में देखोगे तो आपको फिल्म किस तरह से काम करती है वह समझ में आ जाएगा क्योंकि एक बार या दो बार फिल्म देखने से फिल्म की गहराई या फिर स्टोरीलाइन कहां पर टर्न हो रही है वह समझ में नहीं आता है।
सारी फिल्में एक दूसरे से ही कनेक्ट रहती है। अगली फिल्म के लिए कुछ चुनिंदा सीन दिए जाते है। या फिर वह सारे सीन ग्रीन स्क्रीन पर शूट किए जाते है। जो अगले फिल्मों में इस्तेमाल होने वाले होते है। यानी की फिल्म डायरेक्टर को यह पता होता है। कि कौन सा सीन अगले फिल्मों में इस्तेमाल होने वाला है।
इससे आपको अंदाजा आ जाएगा कि फिल्म डायरेक्टर कितनी आगे की सोच रखते है। स्टोरी राइटर और डायरेक्टर के पास पहली फिल्म कंप्लीट होने से पहले ही अगली फिल्म की पूरी जानकारी और स्टोरी होती है। और उसके हिसाब से ही पहली फिल्म शूट की जाती है। अगर आपने अवेंजर एंडगेम फिल्म देखी होंगी तो आपको उसमें ही सारे सवालों के जवाब मिल जाएंगे ।
दोस्तों अवेंजर्स एंडगेम फिल्म में तो आपको टाइम ट्रेवल देखने को मिला ही मिला । पर साथ में अगर आप फिल्म एडिटिंग को देखोगे तो पूरी तरह से पागल हो जाओगे क्योंकि कोई भी नहीं सोच सकता कि पहली फिल्म के सीन को आने वाली फिल्मों में किस तरह से डालना है। सारे कैरेक्टर डबल रोल में थे और दोनों सीन भी काफी अच्छे से मर्ज किए हुए थे।
मुझे तो यह कांसेप्ट ही काफी पसंद आया कि टाइम ट्रैवलिंग के साथ-साथ सारे कैरेक्टर को डबल रोल दिखाना और उसकी एज में भी अंतर दिखाना । अगर देखा जाए हिंदी फिल्मों में तो आपको टाइम टेबल देखने को मिलता ही है। पर कैरेक्टर की जो ऐज है उसमें कंप्रोमाइज किया जाता है। यानी कि 24 फिल्म को छोड़कर सारी टाइम ट्रेवल हिंदी फिल्मों में एज में कंप्रोमाइज किया हुआ देखने को मिलता है।
पर फिर भी छोटी बड़ी गलतियां फिल्मों से होती ही रहती है। दोस्तों भारतीय फिल्म मनोरंजन और इतिहास जानने के लिए बनाई जाती है। पर हॉलीवुड की फिल्में लोगों को टेक्नोलॉजी या फ्यूचर दिखाने के लिए बनाई जाती है। हमने पिछले पोस्ट में यह देखा है। कि इंडियन फिल्म इंडस्ट्री और हॉलीवुड फिल्म इंडस्ट्री में क्या कुछ अंतर है। आप वह पोस्ट भी एक बार जरूर पढ़े ।
3 ] Phase वन से लेकर काम
दोस्तों Phase वन क्या है। यह जानने से पहले आपको यह जानना जरूरी है। कि मार्वल फिल्म Phase पर किस तरह से काम करती है। या फिर फिल्मों को Phase पर क्यों जोड़ दिया जाता है। तो दोस्तों मार्वल सिनेमैटिक यूनिवर्स के लिए Phase बहुत बड़ी चीज है। जो सारी फिल्मों को एक कैटेगरी में लिस्ट करती है। या फिर अलग-अलग पॉइंट करती है। जैसे कि Phase वन में आप अगर देखोगे तो आपको सारे कैरेक्टर का इंट्रो या शुरुआत देखने को मिल जाएगी ।
जिसमें Phase वन में आयन मैन, Thor और कैप्टन अमेरिका, हल्क जैसे कैरेक्टर को इंट्रो कराया गया है। Phase टू में इन कैरेक्टर को आपस में मिलवाया गया है। और साथ मिलकर काम कराने के लिए एकजुट किया है। Phase टू में ही सुपर हीरोज की असली पावर या फिर उन्हें एकजुट करने का क्या मतलब है। वह बताया गया है।
Phase 3 में मल्टीवर्स, क्वांटम रैम और इसके आगे की टेक्नोलॉजी दिखाई गई है। अब Phase फोर में आपको इससे आगे की एडवांस टेक्नोलॉजी देखने को मिल जाएगी। जिसमें पहले से अधिक एक्शन और सुपर हीरोज के लिए टारगेट होंगे। अगर आप गूगल से मार्वल की इनफार्मेशन निकालोगे। तो आपको फिल्म किस तरह से Phase में डिवाइड की है, वह देखने को मिल जाएगा। फिल्मों में भी Phase से रिलेटेड काफी सारे डायलॉग है। जो कि टेक्नोलॉजी को अलग-अलग डिवाइड भी करते हुए देखने को मिल जाते है।
4 ] सारे फिल्मों को एक फिल्म पर केंद्रित करना
दोस्तों मार्वल सिनेमैटिक यूनिवर्स की सारी फिल्में एक दूसरे से कनेक्ट है या फिर सारे सुपर हीरो को एक दूसरे फिल्म से कनेक्ट किया गया है। वह इसलिए क्योंकि लोग अलग-अलग सुपर हीरो को लाइक करते है। या फिर पसंद करते है। तो ऐसे एक दूसरे सुपर हीरो को एक ही फिल्म में डाला जाए या फिर ऐड किया जाए तो फिल्म की कमाई भी अच्छी होगी और फिल्म भी सुपरहिट हो जाएगी । यह भी काफी अच्छा आईडिया है।
और हमें यह तब देखने को मिला जब The Avenger फिल्म में कई सारे अवेंजर्स को एक साथ दिखाया गया यानी कि पहले निकलस फ्यूरी ने आयन मैन से मुलाकात की आयन मैन 2 में, उसके बाद कैप्टन अमेरिका द फर्स्ट अवेंजर मैं कैप्टन अमेरिका से की, और Thor तो अपनी पहली फिल्म में ही अर्थ पर आया था और वह भी Phill Coulson से मिला हुआ था और वह भी अवेंजर में डायरेक्ट की Loki के पीछे आया था तब सारे सुपर हीरोज को एक साथ दिखाया गया था। यहां पर हमें सुपर हीरो का फर्स्ट मीटअप देखने को मिलता है।
जब अवेंजर्स एंडगेम में सभी के सभी सारे सुपर हीरोज को एक साथ एक स्क्रीन पर लाया गया। तब भी हमें ऐसा ही एहसास हुआ था कि सारे सुपर हीरोज को एक फ्रेम में लाने के लिए ही इतनी सारी फिल्में बनी हुई थी।
अगर शुरू से लेकर लास्ट तक देखोगे तो एक-एक सुपर हीरो एक एक फिल्म से कनेक्ट होता गया और तब जाकर बनी अवेंजर एंडगेम। वैसे तो एमसीयू ने बीच में भी कई सारी फिल्में ऐसे ही बनाई। जो एक दूसरे से कनेक्ट नहीं थी पर फिर भी थोड़ा बहुत कनेक्शन तो Mcu दूसरी फिल्मों के साथ जोड़ता ही है। ताकि अगली आने वाली फिल्मों में उसका आधार लेना पड़े।
5 ] बाकी फिल्मों से मार्वल का अलग काम
#1 ] फिल्मों में गलतियां कम होती है।
दोस्त मैंने पहले ही बता दिया के मार्वल फिल्म इंडस्ट्री किस तरह से काम करती है। पर आप वजह नही जानते तो मै आपको बता दू की, मार्वल सिनेमैटिक यूनिवर्स दुनिया में सबसे बेस्ट है क्योंकि जो भी मार्वल सिनेमैटिक यूनिवर्स के फैन है। वह या तो टेक्नोलॉजी से प्यार करते है। या फिर साइंस फिक्शन फिल्मों के दीवाने है। और उन्हें मार्वल की फिल्में पसंद है।
जैसे कि मुझे ही लीजिए मैं हर 1 दिन मार्वल की एक फिल्म तो देखता ही हूं और सारी की सारी फिल्में एक साथ डाउनलोड कर ली है। इसलिए क्योंकि मार्वल सिनेमैटिक यूनिवर्स के फिल्मों को एक बार समझ ना किसी के भी बस की बात नहीं है। जब भी कोई यूट्यूबर फिल्म का रिव्यू देता है। या फिर मार्वल फिल्मों के फैक्ट्स बताए जाते है।
तो वह यूट्यूबर भी फिल्मों को 0.25 स्लो करके देख लेते है। इससे ही एमसीयू फिल्मों के छोटे-छोटे पॉइंट नजर में आ जाते है। तो इतना छोटा छोटा पॉइंट पर मार्वल काम करती है कि गलतियां काफी कम हो जाती है।
#2 ] यूजर्स के लिए सवाल छोड़ देना
दोस्तों मार्वल सिनेमैटिक यूनिवर्स अपनी पहली फिल्म से लेकर आज तक लोगों को काफी मनोरंजक करती आ रही है। पर शुरू से ही लोगों के लिए काफी सवाल छोड़ती आ रही है। हालांकि पहली फिल्म का कोई सवाल या सीन आपको 10 या 20 नंबर की फिल्मों में भी देखने को मिल जाता है। तो उनका एक दूसरे से कनेक्ट होना या फिर स्टोरी को बीच में छोड़कर अगली फिल्मों में सेम सीन के साथ शूट करना यह भी एक गजब का एडिटिंग स्किल है। जो कि डायरेक्टर काफी बखूबी से निभाते है या फिर तैयार करते है।
पर यूजर को उनके सवालों के जवाब कौन सी फिल्म में कब मिलेंगे यह तो फिल्म डायरेक्टर के अलावा कोई नहीं जान सकता है। अगर आपने मार्वल सिनेमैटिक यूनिवर्स फिल्में देखी होंगी तो, आपको यह पता चल जाएगा कि शिल्ड का जो मुख्य हेड है निकलस जैन फ्यूरी, जो कि शुरू से ही आंख पर पट्टी लगाए देखने को मिलता है। पर उस पट्टी लगाने का मुख्य कारण आपको कैप्टन मार्वल फिल्मों में देखने को मिल जाता है।
यानी कि निकलस जैन फ्यूरी सबसे पहले कैप्टन मार्वल से मिले थे पर हमें वह सबसे पहले आयन मैन फिल्मों में देखने को मिला, पर अगर निकलस जैन फ्यूरी फिल्मों में तो कैप्टन मार्वल से सबसे पहले मिला है ऐसा दिखाया हो । पर आने वाले फिल्मों में वह उससे भी यंग देखने को मिल सकते है। यानी कि एक यंग ऑफिसर या बच्चे के रूप में। यहां पर मुझे आयन मैन का एक डायलॉग याद आता है जो कहता है। कि फ्यूरी के राज के भी राज होते है। उसी तरह मार्वल फिल्म इंडस्ट्री के भी राज के भी राज है।
3 ] अलग-अलग कैरेक्टर खरीदना
दोस्तों अगर आप मार्वल की फिल्म के दीवाने हो तो आपको कई सारे सुपर हीरोज या कॉमिक कैरेक्टर फिल्मों में देखने को मिलते है। पर कुछ ऐसे भी कैरेक्टर है जो शुरुआती दिनों में मार्वल के पास कॉपी राइटेड नहीं थे। यानी कि कैरेक्टर खरीदने से पहले मार्वल सिनेमैटिक यूनिवर्स उन कैरेक्टर पर फिल्म नहीं बना सकती थी। जिसमें कई सारे कैरेक्टर आते है।
पर बाद में मार्वल ने ओरिजिनल ओनर से उनके कॉपीराइट खरीद कर उन पर फिल्म बनाई या फिर उन्हें अपनी फिल्मों में इस्तेमाल किया और वह कौन से कैरेक्टर है वह अगले किसी पोस्ट में भी बता देता हूं। पर आने वाले पोस्ट में हम उनको किस कारण से खरीदा या फिर कितने रुपए में खरीदा यह भी हम आर्टिकल के थ्रू देखेंगे। तो दोस्तों अगले पोस्ट में जानते है कि वह कौन से कैरेक्टर है जो मार्वल ने दूसरी कंपनियों से खरीदें ।
6 ] मार्वल दुनिया में सबसे ज्यादा पॉपुलर क्यों है?
#1 ] सारी फिल्में सुपर हीरो पर
दोस्तों, कई सारे लोग सुपर हीरोज की फिल्में देखना पसंद करते है। सुपर हीरोज हर एक के लिए काफी पसंदीदा कैरेक्टर होते है। हालांकि कैरेक्टर में कुछ चेंज हो सकते है। पर सुपर हीरोस तो हर किसी के लिए अच्छे लगते है। अगर आप मार्वल सिनेमैटिक यूनिवर्स के फिल्में देखोगे तो आपको शुरू से लेकर आज तक जितने भी फिल्में फिल्म इंडस्ट्री ने बनाई है वह सारी की सारी फिल्में सुपर हीरोज पर बनाई हुई देखने को मिलती है।
वैसे तो हॉलीवुड की जो भी फिल्म इंडस्ट्रीज होती है। वह अपने एक सब्जेक्ट को लेकर या एक कैटेगरी को लेकर ही फिल्में बनाती है। जैसे कि डीसी की फिल्में हो या Walt Disney Studios , Universal Pictures. , 20th Century Fox , Paramount Pictures जैसी फिल्म कंपनियां हो वह अपने फिल्म कैटेगरी के लिए काफी पसंद है। और वह अन्य किसी भी सब्जेक्ट की फिल्में नहीं बनाती है।
अगर उनका सब्जेक्ट पहले से टेक्नोलॉजी पर फिल्में बनाने का हो या फिर साइंस फिक्शन फिल्में बनाने का हो वह उसी तरह की फिल्में शुरू से लेकर लास्ट तक बनाती है। । पर इंडियन या फिर हिंदी फिल्म इंडस्ट्री में ऐसा नहीं होता है। हिंदी फिल्म इंडस्ट्री में कोई भी फिल्म कंपनी किसी भी सब्जेक्ट पर फिल्में बनाती है।
#2 ] सारी फिल्में साइंस फिक्शन
दोस्तों अगर आप एमसीयू की फिल्मों को देखोगे तो आपको 2008 से यानी कि आयन मैन के फिल्म से लेकर स्पाइडर मैन होमकमिंग और आने वाली ब्लैक विडो फिल्म तक सारी की सारी फिल्में साइंस फिक्शन पर आधारित मिलेगी। जिसमें फिजिक्स और ग्रेविटी को तो छोड़ो फिर मल्टीवर्स और Quantum Realm तक को नहीं छोड़ा है। यानी कि टाइम ट्रेवल हो या फिर क्वांटम रैम या अंतरिक्ष आयाम सायंस प्रोजेक्ट नहीं हो ।
इसे समझने के लिए कई साइंटिस्ट कई सालों की मेहनत लगी है। और वह आज भी रिसर्च ही कर रहे है। हालांकि फिल्म की स्टोरी और असली टेक्नोलॉजी में फर्क होता है पर फिल्मों जैसी टेक्नोलॉजी असल में बनाई जा सकती है । दोस्तों हमने टाइम ट्रैवल पर बनी Ant Man फिल्म या फिर हिंदी और अंग्रेजी फिल्मों की एक अलग पोस्ट लिखी है। जिसे आप चाहे तो अपनी नॉलेज के लिए पढ़ सकते हो ।
दोस्तों इस पोस्ट में हमने जाना कि " सिनेमैटिक यूनिवर्स क्या है? मार्वल का काम करने का तरीका कैसा है ? मार्वल दुनिया में सबसे ज्यादा पॉपुलर क्यों है? What is Cinematic Universe? How does Marvel work? Why is Marvel the most popular in the world? "
तो दोस्तों यह आर्टिकल कैसा लगा COMMENT जरूर करें । अगर इस आर्टिकल से जुड़ा आपका कोई सवाल है तो कृपया कमेंट बॉक्स में जरूर पूछे । ताकि आपके साथ और भी लोगों की परेशानी दूर हो । अगर आर्टिकल अच्छा लगे तो इसे अपनों में और आपके पसंदीदा सोशल मीडिया वेबसाइट पर SHARE जरूर करें । अन्य सोशल मीडिया साइट पर हमारे नोटिफिकेशन पाने के लिए कृपया हमें आपके पसंदीदा सोशल मीडिया साइट पर फॉलो भी करें । ताकि हमारा आने वाला कोई भी आर्टिकल आप मिस ना कर सको । हमें Facebook , Instagram , Linkedin , Twitter , Pinterest और Telegram पर फॉलो करें । साथ में हमारी आनेवाली पोस्ट के ईमेल द्वारा Instant Notification के लिए FeedBurner को SUBSCRIBE करें ।
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