नमस्कार दोस्तों मेरा नाम है। ओंकार और मेरी OKTECHGALAXY.COM पर आपका फिर से एक बार स्वागत है। दोस्तों अगर आप व्हाट्सएप इस्तेमाल करते हो तो यह पोस्ट आपके लिए काफी यूजफुल और महत्वपूर्ण होगा। इसका कारण ही कुछ इस तरह से है कि, व्हाट्सएप से आपका डाटा लीक होने के चांसेस बढ़ जाने वाले है। अब मैं ऐसा क्यों कह रहा हूं इसको हम विस्तार से समझेंगे। दोस्तों को व्हाट्सएप के दुनिया भर में 200 करोड़ से भी ज्यादा यूजर है और इंडिया की बात करें तो इंडिया में भी व्हाट्सएप के कुल मिलाकर 34 करोड़ यूजर है।
जो कि यह आंकड़ा बाकी देशों से ज्यादा है। व्हाट्सएप आपका डाटा इस तरह से खतरे में ला रहा है। इस बार भी हम नजर डालेंगे। हमने व्हाट्सएप के कई सारे पोस्ट आप तक पहुंचाए है। आप वह कैटेगरी भी पढ़ सकते हो। जिसमें मैंने व्हाट्सएप के अलग-अलग प्रकार भी बताए है।
हालांकि अभी तक यह पुष्टि नहीं हुई कि व्हाट्सएप के सभी एप्लीकेशन में यह अपडेट आएगा या नहीं पर अभी तक GB Whatsapp और OG Whatsapp पर ऐसा कोई नोटिफिकेशन नहीं देखने को मिला अब यह नोटिफिकेशन क्या है। उसके बारे में भी हम आगे जानेंगे। सबसे पहले मैं आपको यह बता देता हूं कि इस पोस्ट द्वारा आपको वॉट्सएप के न्यू पॉलिसी के बारे क्या कुछ नया इंटरेस्टिंग और यूज़फुल जानने को मिलेगा
◆ व्हाट्सएप पुरानी पॉलिसी क्या थी
◆ एप्लीकेशन और वेबसाइट की पॉलिसी क्या होती है?
◆ व्हाट्सएप की नई पॉलिसी और टर्म कंडीशन को क्यों रोक दिया?
◆ क्या सच व्हाट्सएप का डाटा फेसबुक को शेयर करना शुरू है?
◆ नई पॉलिसी के अनुसार व्हाट्सएप आपका डाटा किस तरह खतरे में लाएगा ?
◆ व्हाट्सएप पॉलिसी क्यों बदली जा रही थी ?
व्हाट्सएप पुरानी पॉलिसी क्या थी?
दोस्तो व्हाट्सएप की शुरुआत यानी कि व्हाट्सएप 2009 में लांच हुआ था जो कि आईओएस यूजर्स के लिए था। इसके बाद व्हाट्सएप ब्लैकबेरी सिंबियन और एंड्रॉयड के लिए भी 2010 तक रिलीज कर दिया गया था। तब हम उस पर सीधा फोन नंबर और अपने नाम से अकाउंट ओपन करते थे। जिसमें यूजर का डाटा काफी इंक्रिप्टेड रहा करता था यानी कि मैसेज भेजने वाले से मैसेज रिसीव करने वाले तक ही वह मैसेज सीमित रहते थे।
जिसके बाद धीरे-धीरे व्हाट्सएप में एक्स्ट्रा फीचर ऐड करने लगे जैसे कि फिंगरप्रिंट लॉक, लाइव लोकेशन, पेमेंट वगैरा के अपडेट आते गए। और व्हाट्सएप काफी बड़ा एप्लीकेशन बन गया। पर बात यह नहीं है जैसे-जैसे यूजर की मांग कुछ एक्स्ट्रा बनी और व्हाट्सएप ने उसमें वह फीचर ऐड नहीं किए।
तो वही फीचर्स आपको अलग-अलग थर्ड पार्टी एप्लीकेशन में देखने को मिले जैसे कि डिलीट व्हाट्सएप स्टेटस को 24 घंटे तक आप अलग-अलग व्हाट्सएप में देख सकते हो। डिलीट किए हुए डिलीट फॉर एवरीवन मैसेज भी आप 7 टाइम खत्म होने के बाद देख सकते हो तो यह बातें आपको अन्य एप्लीकेशन में देखने को मिल जाती है।
साथ में अलग-अलग एप्स जो कि व्हाट्सएप का काम करते थे यानी कि स्टिकर बनाना, स्टिकर व्हाट्सएप पर सेंड करना जैसे कामों के लिए अलग-अलग एप्लीकेशन बन गए और वह सीधे व्हाट्सएप से कनेक्ट होने लगे थे इसी को ध्यान में रखते हुए फेसबुक ने यह देखा कि इंस्टाग्राम और फेसबुक को एक किया जाए और यही काम व्हाट्सएप में भी अब होने जा रहा है।
अब वह फैसला पोस्पोंड हुआ है पर काम बंद नहीं हुआ है। इसके बारे में नीचे दिए मुद्दों में बात करेंगे। जब भी आप इंस्टाग्राम पर स्टेटस स्टोरीज अपलोड करते हो साथ में कुछ पोस्ट अपलोड करते हो तो उसे फेसबुक पर शेयर करने का भी ऑप्शन आपको पिछले कई सालों से मिल रहा था यह काम व्हाट्सएप फेसबुक और Whatsapp के साथ होने वाला है।
एप्लीकेशन और वेबसाइट की पॉलिसी क्या होती है?
एप्लीकेशन या वेबसाइट की पॉलिसी क्या होती है इसके बारे में अगर आपने नहीं पढ़ा है तो आपको किसी भी एप्लीकेशन पर अकाउंट बनाने से पहले वह जरूर करनी चाहिए जैसे कि कई सारे लोग पॉलिसी पढ़ने में काफी ज्यादा टेक्स्ट या शब्द होने की वजह से एप्लीकेशन की टर्म एंड कंडीशन या पॉलिसी को नहीं पढ़ते है। और सीधा एप्लीकेशन की पॉलिसीज को एक्सेप्ट कर लेते है।
और वहीं पर उनके डाटा की लीक होने की खतरे बढ़ जाते हैं। तो कई एप्लीकेशन की पॉलिसी में ऐसा होता है कि वह जब चाहे तब उन एप्लीकेशन की पॉलिसीज बदल सकते है। अगर मेरी वेबसाइट की पॉलिसी को देखोगे तो कुछ इस तरह की है। क्योंकि एप्लीकेशन या वेबसाइट डेवलपर को उसके एप्लीकेशन में कई सारे अपडेट लाने पड़ते है। इसलिए वह अपनी पॉलिसीज में पहले से ही यह बता देते है। कि एप्लीकेशन जब चाहे तब अपनी पॉलिसी बदल सकता है।
व्हाट्सएप की नई पॉलिसी और टर्म कंडीशन को क्यों रोक दिया?
दोस्तो व्हाट्सएप के नए एक पॉलिसी के अनुसार आपको अगर व्हाट्सएप इस्तेमाल करना है तो आपको व्हाट्सएप की नई पॉलिसी एक्सेप्ट करनी होगी ऐसी पॉलिसी वॉट्सएप के लिए लाई गई थी । तो उसी तरह फेसबुक भी अपनी पॉलिसी बदल रहा है। और यह क्यों हो रहा है। इस पर भी मैं थोड़ी सी चर्चा नीचे करूंगा
दोस्तों व्हाट्सएप के नए पॉलिसी के अनुसार जब भी आप अकाउंट ओपन करते तब आपको वापस मैसेज शो होने लगता था। जिसमें आपको व्हाट्सएप की नई पॉलिसी को एक्सेप्ट करने के लिए कहा जा रहा था। अगर आप वह पॉपअप मैसेज एक्सेप्ट कर लेते हो तो आपकी सारी जानकारी जैसे कि मैसेजेस, कांटेक्ट या रिकमेंडेड फ्रेंड शो होने लगते। रिकमेंडेड फ्रेंड वह होते है।
जो आपके नजदीकी लोकेशन तक होते है या फिर आपके फ्रेंड के द्वारा सजेस्ट किया जाते है। व्हाट्सएप आपके कांटेक्ट को तो पब्लिकली शेयर नहीं करेगा पर उनके नाम और अकाउंट सजेशन में तो जरूर आएंगे, ऐसी वह पॉलिसी थी। एक बार पॉपअप नोटिफिकेशन एक्सेप्ट कर लिया जाए तो आपका डाटा अन्य ऐप पर शो होने लगता पर लोगो द्वारा इस पॉलिसी का विरोध होने लगा और वॉट्सएप पॉलिसी कैंसल की गई
जब वॉट्सएप ने ऐसी वॉट्सएप को अन्य ऐप पर कनेक्ट करने का पॉलिसी लाया तब लोगो द्वारा विरोध होने लगे , साथ में मेमर्स और एडिटर ने इसके खिलाफ कई सारे मेम्स बना दिए । और तभी Signal App को वॉट्सएप के बदले इस्तेमाल करने की मांग होने लगी । क्योंकि उसी समय Signal App भी ट्रेंडिंग पर आ गया था । साथ में कई सारे लोग वॉट्सएप के बदले Telegram को इस्तेमाल करने लगे थे। इसी वजह से वॉट्सएप के यूजर घटने लगे और यह मामला जब वॉट्सएप CEO के ध्यान में आया तब उन्होंने पॉलिसी को रोकने का फैसला ले लिया ।
क्या सच व्हाट्सएप का डाटा फेसबुक को शेयर करना शुरू है?
दोस्तो लगभग 1 साल पहले फेसबुक जो कि इंस्टाग्राम का भी ओनर है यह दोनों कंपनियां एक ही रुल के अंडर आती है। और इनका मालिक भी एक ही है। तो 1 साल पहले इंस्टाग्राम पर अगर आप कुछ शेयर करते थे तो उसे डायरेक्टली फेसबुक पर शेयर करने का ऑप्शन फीड के लिए मिल जाता था पर जैसे-जैसे शार्ट स्टोरीज, वीडियो और स्टेटस के लिए एप्लीकेशन लॉन्च होने लगे।
और कई सारे शोर्ट वीडियो और स्टेटस अपलोड करने का ऑप्शन एप्लीकेशन में मौजूद होने लगा वैसे वैसे फेसबुक ने शॉर्ट स्टोरी डायरेक्टली फेसबुक पर अपलोड करने के लिए भी एक्सेस यूजर को दे दिया। पर अब रह गया व्हाट्सएप । और वॉट्सएप जो कि फेसबुक के रूल्स के ही अंडर आता है। यानी कि फेसबुक ओनर मार्क जुकरबर्ग जब चाहे तब व्हाट्सएप को फेसबुक से या इंस्टाग्राम से कनेक्ट कर सकते है। और हाल ही का अपडेट भी इसी रूल को फॉलो करते हुए बनाया था ।
नई पॉलिसी के अनुसार व्हाट्सएप आपका डाटा इस तरह खतरे में लाएगा ।
दोस्तों व्हाट्सएप के नए पॉलिसी के अनुसार अगर आपको ऐसे नोटिफिकेशन आए है। जो आप के डाटा को फेसबुक और इंस्टाग्राम पर शेयर करने की इजाजत मांग रहे है। तो मैं आपको बता दूं कि आपका डाटा फेसबुक और व्हाट्सएप मिलकर एक दूसरे से शेयर करेंगे। शेयर करने में आपके फोन नंबर, नाम और लोकेशन की जांच करेंगे।
तो सबसे पहले मैं बता दूं कि अगर आपके फोन नंबर, एक दूसरे एप्लीकेशन के साथ शेयर हो गए तो इससे होगा यह की, आपके सभी कांटेक्ट के लिए वह फोन नंबर एक तो पब्लिक हो सकते है। या फिर मैचुअल फ्रेंड टू फ्रेंड शेयर हो सकते है। दोनों में से कोई भी एक चीज हो सकती है।
उसके बाद अगर आप व्हाट्सएप को नई पॉलिसी के लिए परमिशन दे देते तो लोकेशन भी एक दूसरे एप्लीकेशन के साथ शेयर हो सकती है। इससे आपकी हर एक लोकेशन की जानकारी व्हाट्सएप के पास रहती। हालांकि व्हाट्सएप इंस्टाग्राम और फेसबुक तीनों कंपनियां एक ही मालिक अधिकार की है। पर उस पर काम करने वाले डेवलपर्स टीम अलग अलग ही काम करती है। वह जब एप्लीकेशन ओनर की परमिशन के अनुसार अपना डाटा एक दूसरे के साथ शेयर करते है।
दोस्तों अभी तक फेसबुक के फाउंडर मार्क जुकरबर्ग को कई बार कोर्ट के सामने इस वजह से लाया गया है। कि वह यूजर का डाटा एक दूसरे के साथ शेयर करते है, या एक्सेस कर सकते है। यह पूछने के लिए अब यह बात कितनी सच्ची है। वह तो उस कोर्ट को और एप्लीकेशन ओनर को ही पता है। पर यह बात सही है। मैंने भी कई वीडियो में मार्क जुकरबर्ग को कोर्ट के सामने देखा ही है। जिसमें सवाल होते थे कि यूजर का डाटा के आपके पास क्या जवाब है। इसलिए अगर व्हाट्सएप आपको नई पॉलिसी को एक्सेप्ट करने के लिए कहे तो आपके पास 1 ही ऑप्शन रह जाता है। की व्हाट्सएप इस्तेमाल करना ही छोड़ दिया जाए ।
व्हाट्सएप पॉलिसी क्यों बदली जा रही थी ?
दोस्तों फेसबुक फाउंडर मार्क जुकरबर्ग जो है वह काफी समझदार व्यक्ति है। और वह एप्लीकेशन में अपडेट लाने से पहले कई सारे बातों का ख्याल करते है। साथ में आने वाले पीढ़ी को किस चीज की ज्यादा जरूरत है। उसके हिसाब से एप्लीकेशन को अपडेट करते है। और जब फेसबुक फाउंडर ने यह देखा होगा कि व्हाट्सएप और इंस्टाग्राम के यूजर अलग अलग है। जो व्हाट्सएप पर तो है पर इंस्टाग्राम पर नहीं है और इंस्टाग्राम पर है। पर फेसबुक पर नहीं है।
तो उन्होंने एप्लीकेशन का डाटा एक दूसरे से शेयर करने का अपडेट लाने का सोचा होगा क्योंकि इससे एक एप्लीकेशन इस्तेमाल करने के लिए दूसरा एप्लीकेशन भी होना जरूरी होगा। नहीं तो पहला एप्लीकेशन सही तरह से काम नहीं करेगा या फिर ओपन नहीं होगा है। है ना एक एक कमाल की स्ट्रेटेजी। यही एक सही स्ट्रेटजी होती है बिजनेस के लिए ।
पहले प्रॉब्लम को तैयार करो और उसके बाद सॉल्यूशन बेचो। इससे एक एप्लीकेशन इस्तेमाल करते-करते यूजर दूसरा भी एप्लीकेशन बिना चाहे भी इंस्टॉल और इस्तेमाल करेगा। इससे एक दूसरे एप्लीकेशन में यूजर को बढ़ाने में मदद भी मिलेगी इसीलिए यह अपडेट लाने का फैसला किया था । पिछली पोस्ट में हमने फेसबुक की बिजनेस स्ट्रेटजी को अधिक जानकारी से समझा है आप वह पोस्ट भी अधिक जानकारी के लिए पढ़ सकते हो।
दोस्तों इस पोस्ट में हमने जाना कि " व्हाट्सएप की नई पॉलिसी और टर्म कंडीशन को क्यों रोक दिया? क्या व्हाट्सएप का डाटा फेसबुक को शेयर करना शुरू है? नई पॉलिसी के अनुसार व्हाट्सएप आपका डाटा किस तरह खतरे में लाएगा ? how will WhatsApp bring your data in danger? "
तो दोस्तों यह आर्टिकल कैसा लगा COMMENT जरूर करें । अगर इस आर्टिकल से जुड़ा आपका कोई सवाल है तो कृपया कमेंट बॉक्स में जरूर पूछे । ताकि आपके साथ और भी लोगों की परेशानी दूर हो । अगर आर्टिकल अच्छा लगे तो इसे अपनों में और आपके पसंदीदा सोशल मीडिया वेबसाइट पर SHARE जरूर करें । अन्य सोशल मीडिया साइट पर हमारे नोटिफिकेशन पाने के लिए कृपया हमें आपके पसंदीदा सोशल मीडिया साइट पर फॉलो भी करें । ताकि हमारा आने वाला कोई भी आर्टिकल आप मिस ना कर सको । हमें Facebook , Instagram , Linkedin , Twitter , Pinterest और Telegram पर फॉलो करें । साथ में हमारी आनेवाली पोस्ट के ईमेल द्वारा Instant Notification के लिए FOLLOW IT से SUBSCRIBE करें ।
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