नमस्कार दोस्तों मेरा नाम है ओंकार और मेरी वेबसाइट OKTECHNOARTS.IN पर आपका फिर से एक बार स्वागत है । दोस्तों यह आर्टिकल जो आज आप पढ़ रहे हो वह हर किसी के लिए काफ़ी फ़ायदे का साबित होगा और इससे आपको काफी अच्छी नॉलेज मिल जाएगी । इस आर्टिकल का कोई भी पॉइंट मिस ना करो ।
में इसलिए यह कह रहा हूं क्योंकि एक इंटरनेट यूजर को मालवेयर के बारे में पूरी इंफॉर्मेशन होना जरूरी होता है और अगर यह जानकारी आपके पास नहीं रहती तो वह आगे जाकर काफी बड़ी बड़ी मुश्किल में पड़ सकते हैं । दोस्तों में ऐसा क्यों कह रहा हूं यह आगे जाकर विस्तार से बताऊंगा ही ।
दोस्तो आपने कई बार सुना होगा कि फोन हैक हो गया या फिर मेरे मोबाइल के लिए इंफॉर्मेशन कैसे गलत हाथ में चली गई है या फिर बैंक से पैसे ऑनलाइन किसी ने काट लिया । ऐसा तो आपने कोई ना कोई न्यूज़ में वगैरा सुना ही होगा । तो दोस्तों यह काफी गंभीर बात होती हैं , कि किसी Device पर दूसरों का कब्जा हो जाना या फिर वह दूसरों द्वारा ऑपरेट हो जाना ।
इससे बचने के लिए हमें मालवेयर क्या होते हैं यह पूरी तरह जानना जरूरी है । पिछले कुछ आर्टिकल में हमने यह देखा था कि किस तरह से हम अपने आप को हैक होने से बचा सकते हैं । दोस्तों आपने वह पोस्ट / आर्टिकल नहीं पढ़े हैं तो मैं उसका लिंक नीचे दे देता हूं पर दोस्तों इस आर्टिकल में हम जानेंगे की
◆ मालवेयर क्या होते हैं ?
◆◆ मालवेयर फोन में किस कारण से आते हैं
◆◆◆ मालवेयर से Device को कैसे बचाए ?
मालवेयर क्या होते हैं ?
दोस्तों मालवेयर क्या होता है यह बहुत सारे पता नहीं होता है क्योंकि बहुत सारे लोग हैकिंग को मालवेयर समझते हैं , दोस्तों बात तो थोड़ी बहुत सही है मगर ऐसा नहीं है । क्योंकि मालवेयर को हैकिंग का पहला पहलू समझ सकते हो । मालवेयर आपके किसी भी डिवाइस तक पहुंचाया जाता है । मालवेयर एक सॉफ्टवेयर प्रोग्राम होता है जो कि हैकर्स द्वारा बनाया जाता है । इसे काफी अच्छे से कोडिंग करके ऐसा बनाया जाता है कि हैकर को ढूंढने में किसी को भी ना आ सके । यानी अगर हैकर्स ने आपके किसी भी डिवाइस पर कब्जा कर दिया तो काफी कम चांसेस होते हैं कि वह आपको मिल जाए ।
दोस्तों आप अपने फोन में जो भी एप्लीकेशन इस्तेमाल करते हो उसे किसी ना किसी प्रोग्रामिंग लैंग्वेज के साथ मिलकर बनाया होता है और हर एक प्रोग्रामिंग लैंग्वेज में किसी एक काम के लिए अलग कोडिंग होता है और उस हिसाब से ही एप्लीकेशन बनता जाता है या बनकर तैयार होता है । तो मालवेयर को बनाने के लिए भी ऐसे ही सॉफ्टवेयर प्रोग्रामिंग की जरूरत होती है । जो कि हैकर के आज्ञा के अनुसार या प्रोग्रामिंग के अनुसार ही उस डिवाइस में जाकर उसकी इंफॉर्मेशन हैकर तक पहुंचा देता है और यह काम जब होता है तो किसी भी व्यक्ति को इसकी कोई खबर नहीं लगती ।
दोस्तों मालवेयर एक कंप्यूटर के लिए या फिर एक फोन डिवाइस के लिए काफी खतरनाक होता है । और अगर यह आपके फोन में या फिर किसी भी डिवाइस में मौजूद होगा तो यह आपके डिवाइस को काफी सारे हानी पहुंचाएगा । साथ में ही आपके डिवाइस का पूरा सिस्टम रोक सकता है । और आपकी सारी इनफार्मेशन हैकर तक काफी आसानी से और चुटकियों में पहुंचा सकता है । हमने पिछले आर्टिकल में देखा था कि क्रोमियम जैसा ऐप मालवेयर एप्लीकेशन क्या है अगर आपको भी यह किस तरह से काम करता है इसके बारे में जानना है तो मै नीचे आपको लिंक दे देता हूं ।
>> CHROMIUM क्या है ? अपने PC से कैसे हटाए ?
मालवेयर फोन में किस वजह से आते हैं ?
दोस्तों मालवेयर आपके डिवाइस तक आने के बहुत सारे कारण होते हैं जो कि हम इंटरनेट इस्तेमाल करते वक्त याद नहीं रखते और इस कारण से ही वह मालवेयर आपके फोन में या फिर किसी भी डिवाइस में पहुंच जाता है तो चले दोस्तों हम मालवेयर आपके डिवाइस में आने के कई सारे कारण देख लेते ।
# गलत वेबसाइट से फाइल डाउनलोड करने
दोस्तों जब भी आप कोई फोटो , वीडियो या फिर सॉन्ग डाउनलोड करते हैं तो बहुत बार ऐसा होता है कि अनट्रस्टेड वेबसाइट पर चले जाते हो । जहां पर आपको फिल्में डाउनलोड करने को तो आसानी से मिलती है पर उस फाइलों के जरिए भी आपके सिस्टम तक मालवेयर आ जाते हैं । तो जब भी आप किसी वेबसाइट से फोटो वीडियो या फिर सॉन्ग या कई तरह के अन्य फाइल्स डाउनलोड करना चाहो तो वहा सबसे पहले यह देख लो की वेबसाइट ट्रस्टेड है या नहीं । अगर आपको लगता है कि इसमें पॉप अप ऐड या फिर गलत कंटेंट है तो आप उस वेबसाइट से बाहर तुरंत निकल जाए ।
# वायरस वाली चीज अपने डिवाइस से कनेक्ट करने पर
दोस्तों आज हम जो कि कंप्यूटर इस्तेमाल करते हैं या फिर फोन डिवाइस , एंड्राइड टीवी वगैरह इस्तेमाल करते हैं तो कई बार ऐसा होता है कि किसी का भी पेनड्राइव उसमें कनेक्ट कर देते हैं किसी की भी मेमोरी कार्ड अपने डिवाइस में लगा देते हैं और वह चीज अपने Device में लगाते वक्त हमें कभी भी यह ख्याल नहीं आता कि उस चीज में पहले से मौजूद वायरस आपका सिस्टम बिगाड़ देगा और ऐसा ही होता है । अगर वह चीज पहले से वायरस इनफेक्टेड है या फिर उसने वायरस इजैक्ट किया गया है तो आपका पूरा सिस्टम खराब हो जाएगा । या वह चीज अपने सिस्टम को करप्ट कर देगी ।
# वायरलेस चीजे अपने डिवाइस से कनेक्ट करने पर
दोस्तो आजकल फिटनेस बैंड , वायरलेस ब्लूटूथ या फिर अन्य वायरलेस चीजें होती है जो अगर आपने किसी हैकरसे अपने पास ले ली तो ऐसे बहुत सारे चांसेस होते हैं कि वह वायरलेस चीजें भी आपका पूरा सिस्टम बिगाड़ दे ।
वायरलेस सिस्टम का काम यही होता है कि वह चीज एक डिवाइस से दूसरे डिवाइस तक सिग्नल ही भेजती है । वह सिग्नल आगे जाकर अन्य कई चीजों में कन्वर्ट होते हैं जैसे कि वह किसी सिग्नल को टेक्स्ट में या फिर इमेज वीडियो या फिर सेंसर में बदल देते है । और उस सिग्नल को कन्वर्ट कर देती है और हैकर्स के Device तक पहुंचा देती है और ऐसी चीज है अगर आप किसी हकर से ले लो तो आप का भी सिस्टम नुकसानदायक होगा ।
मालवेयर से Device को कैसे बचाए ?
दोस्तों मालवेयर से बचने के लिए सबसे अच्छा तरीका है कि ट्रस्टेड लोगों के साथ ही अपना लेनदेन बढ़ा दे और अगर आप किसी वेबसाइट पर जाकर कोई फिल्म या फिर फाइल डाउनलोड कर रहे हो तो वहां सबसे पहले यह जान लो कि वह वेबसाइट या फिर एप्लीकेशन भरोसे का है और आप अगर उस वेबसाइट पर ऐसे ही विश्वास रखते हैं तो ही उस वेबसाइट का इस्तेमाल करें अगर आपने हमारा पुराना एक आर्टिकल जिसमें हमने बताया था कि HTTP और HTTPS वेबसाइट में क्या अंतर होता है यह नहीं पढ़ा है तो एक बार जरूर पढ़ लें इससे आपको वेबसाइट में क्या क्या अंतर होते हैं वह जानने को मिलेगा ।
>> HTTP और HTTPS वेबसाइट में अंतर
दोस्तो अगर आप बात करें कि एप्लीकेशन सें किस तरह वायरस या मालवेयर आते है । तो बहुत सारे ऐसे एप्लीकेशन भी होते हैं जो कि वायरस हटाने का दावा करते हैं मगर काफी कम चांसेस होते हैं कि वह एप्लीकेशन आपके डिवाइस में से वायरस हटा दे । क्योंकि जब भी कोई ऐसा एप्लीकेशन बनता है तो हैकर्स भी इससे आगे की सोचते हैं और उस ऐप का तोड़ निकाल देते हैं । और इससे भी खतरनाक हैकिंग एप बता देते हैं ।
अगर आप गूगल से वह एप्लीकेशन डाउनलोड कर रहे हो तो आपको काफी ज्यादा फायदा होगा मगर आप किसी वेबसाइट से वायरस हटाने का एप्लीकेशन डाउनलोड कर रहे हो तो काफी कम चांसेस होंगे कि वह एप्लीकेशन आपका Device का वायरस हटाए । क्योंकि गूगल प्ले स्टोर ऐसे एप्लीकेशन डिटेक्ट करता है जो हैकिंग्स करते हैं या फिर डाटा को ट्रांसफर करते हैं या फिर बैटरी का ज्यादा इस्तेमाल करते हैं ऐसे एप्लीकेशन अगर प्ले स्टोर पर गूगल को मिलते हैं तो वह तुरंत ही हटा देता है । प्ले गूगल के प्ले स्टोर पर काफी कम है किंग से रिलेटेड एप्लीकेशन मिल जाते हैं ।
दोस्तो इस पोस्ट में हमने जाना कि " मालवेयर क्या होते हैं ? मालवेयर फोन में किस कारण से आते हैं ? मालवेयर से Device को कैसे बचाए ? "
तो दोस्तों यह आर्टिकल कैसा लगा COMMENT जरूर करें । अगर इस आर्टिकल से जुड़ा आपका कोई सवाल है तो कृपया कमेंट बॉक्स में जरूर पूछें । ताकि आपके साथ और भी लोगों की परेशानी दूर हो । अगर आर्टिकल अच्छा लगे तो इसे अपनों में और आपके पसंदीदा सोशल मीडिया वेबसाइट पर SHARE जरूर करें । अन्य सोशल मीडिया साइट पर हमारे नोटिफिकेशन पाने के लिए कृपया हमें आपके पसंदीदा सोशल मीडिया साइट पर फॉलो भी करें । ताकि हमारा आने वाला कोई भी आर्टिकल आप मिस ना कर सको । हमें Facebook , Instagram , Linkedin , Twitter और Telegram पर फॉलो करें । साथ में हमारी आनेवाली पोस्ट के ईमेल द्वारा Instant Notification के लिए FOLLOW IT से SUBSCRIBE करें ।
खुद की तरक्की में इतना समय लगा दो कि, किसी दूसरे की बुराई के लिए समय ही ना मिले | OKTECHGALAXY.COM / Motivation
0 टिप्पणियाँ