दोस्तों मेरा नाम है ओमकार और मेरे वेबसाइट पर आपका फिर से एक बार स्वागत है। दोस्तों कई सारी बॉलीवुड हॉलीवुड फिल्म के साथ साउथ की फिल्मों में भी आपने Network jammer देखे होंगे और यह किस तरह से काम करते है? इसके बारे में तो आपको वहीं से कुछ नॉलेज आ जाएगी कि हमारी नेटवर्क को सैटेलाइट और नेटवर्क टावर से आप तक आने से रोक देते है। और यह टेक्नोलॉजी ज्यादातर आर्मी या फिर एजेंट लोगों के लिए काफी बेहतर मानी जाती है।
पर क्या होगा अगर इसका प्राइवेट यूज के लिए किया जाए तो? इससे लोगों की निजी जिंदगी में काफी रुकावट आने लगेगी या फिर लोग फ्रीडम के साथ नहीं जी पाएंगे इसलिए यह आर्टिकल में आप तक पहुंचा रहा हूं क्योंकि इंडियन गवर्नमेंट द्वारा ऐसे Network jammer या फिर नेटवर्क बूस्टर को निजी इस्तेमाल करने के लिए रोक लगा दी गई है।
अब ऐसे में Network jammer पर सरकार द्वारा रोक क्यों लगा दी गई है? और ऐसे क्या कुछ रीजन थे? वहीं इस पोस्ट में हम जानने की कोशिश करेंगे।
Network jammer क्या होते है?
एक ऐसा डिवाइस जो Network jammer से पर्याप्त जगह पर या फिर एरिया में अगर नेटवर्क को पूरी तरह से ब्लॉक करना है या फिर बंद करना है। तो नेटवर्क जाम कर सकता है। तो एक आर्मी द्वारा एक डिवाइस इस्तेमाल किया जाता है। जो काफी ज्यादा फ्रिकवेंसी पर काम करता है। और इसे ही Network jammer कहा जाता है। यह ज्यादातर सुरक्षा एजेंसी के लिए आर्मी के ऑफिसर, पुलिस ऑफिसर या फिर कहीं पर रेड मारने वाले ऑफिसर ही इस्तेमाल करते है।
स्मार्टफोन एक खास फ्रीक्वेंसी पर ही काम करता है और उसका एक चुनिंदा नेटवर्क एरिया ही होता है पर नेटवर्क जैमर स्मार्टफोन के फ्रिकवेंसी से ज्यादा फ्रिकवेंसी बनाता है। और इसी से एक पर्याप्त एरिया में नेटवर्क बंद किया जाता है। इसका इस्तेमाल करना तब जरूरी पड़ता है जब एक तो खास मिशन एक सुरक्षा एजेंसी को दिया जाए जिसमें कई सारे लोगों के नेटवर्क को जाम करना हो या फिर काफी बड़ी सुरक्षा का मामला हो तब ही नेटवर्क जैमर इस्तेमाल किए जाते हैं।
नेटवर्क जैमर ऑनलाइन भी खरीदे जाते है और इस्तेमाल किया जाता है। पर इन्हें इस्तेमाल करना वह भी प्राइवेट काम के लिए यह काफी गलत है। या फिर यह एक संगीन जुर्म भी है। और इसके लिए सजा का प्रावधान भी है। ऐसा आपको काफी कम बार देखने को मिलेगा कि नेटवर्क जानवर को प्राइवेट काम के लिए इस्तेमाल किया जा रहा है। पर कुछ लोग इसका रिव्यु करने के लिए ऑनलाइन खरीदते हैं तथा इस्तेमाल करके तुरंत रिटर्न कर देते हैं।
Network jammer की अधिक जानकारी
Network jammer पर सरकार ने रोक कब लगाई?
दोस्तों भारत सरकार के दूरसंचार विभाग और दूरसंचार मंत्रालय ने 1 जुलाई 2022 से प्राइवेट कामों के लिए या फिर निजी इस्तेमाल के लिए नेटवर्क बूस्टर हो या फिर Network jammer हो ऐसे डिवाइस पर पूरी तरह से प्राइवेट न्यूज़ के लिए रोक लगा दी है।
दोस्तों कई सारे मामले सामने आ रहे थे जहां पर नेटवर्क बूस्टर का इस्तेमाल किया जा रहा था खुद के लिए दूसरों से ज्यादा इंटरनेट स्पीड प्रदान करने के लिए या फिर ऐसे भी मामले आ रहे थे जहां पर जानबूझकर नेटवर्क को रोका जा रहा था वह भी नेटवर्क को निजी कामों के लिए ब्लॉक कर के। तो इसलिए ही भारत सरकार सुनिश्चित किया कि Network jammer को प्राइवेट कामों के लिए इस्तेमाल नहीं किया जाएगा।
Network jammer पर सरकार ने रोक क्यों लगाई?
दोस्तों जैसे कि मैंने बताया नेटवर्क जाम करना या फिर ब्लॉक करना कई देशों में गैरकानूनी है। और यह बेन भी है। और विदेशों में तो इन्हें ऑनलाइन हो या फिर ऑफलाइन हो बेचना ही बैन किया गया है। ऐसे में भारत ने भी देखा कि ऐसे मामले खुलेआम हो रहे है। और उन्हें रोकना भी काफी जरूरी है। तो इसीलिए Network jammer पर पूरी तरह से प्राइवेट इस्तेमाल के लिए रोक लगा दी गई।
नेटवर्क जाम करना एक सुरक्षा भरा काम होता है। साथ में यह व्यक्ति के स्वातंत्र्य यानी फ्रीडम को भी रोक देता है। पर यह तब जरूरी बनता है। जब इसे कोई सरकारी सुरक्षा एजेंसी करें ना कि कोई प्राइवेट इस्तेमाल के लिए यूज करें। साथ में जहां पर जरूरत नहीं होगी वहां पर नेटवर्क ब्लॉक करने से कई लोगों के निजी जीवन पर काफी असर पड़ता है। और इसीलिए नेटवर्क ब्लॉकरु निजी काम के लिए इस्तेमाल नहीं किया जाएगा।
दोस्तों यह डिवाइस दरअसल आर्मी या फिर सुरक्षा एजेंसीया इस्तेमाल करती है। और यह एक हथियार के रूप में भी प्रकट होता है।। अगर हैकर की बात करें तो हैकर्स भी ऐसे डिवाइस से कई सारे जरूरी उपकरण उनको भी निष्क्रिय कर सकती है। तो यह डिवाइस एक हथियार और एक हैकिंग डिवाइस भी हो सकता है और इसीलिए ऐसे उपकरणों को निजी काम के लिए इस्तेमाल करना तो गलत ही है।
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